रायगढ़ टॉप न्यूज 25 अक्टूबर 2023 । जिले के जंगलों में विचरण करने वाले जंगली हाथियों की मौत का सिलसिला अवनरत है एक के बाद एक करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से जंगली हाथियों की मौत हो रही है और वन विभाग इन मौतों को रोकने में अब तक नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में एक बार फिर करेंट की वजह से वन्य जीव हाथी का कब्र गाह छाल रेंज में बन गया। जिसमें मादा जंगली हाथी और तीन मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं।
धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के छाल रेंज में जंगल कुछ अज्ञात शिकारियों के द्वारा वन्यप्राणियों का शिकार करने के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक मादा जंगली हाथी की मौत हो गई। इस करंट के संपर्क में आने से तीन अन्य मवेशियों की भी मौत हुई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई और तत्काल वन अमला संबंधित थाने की पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
यह कोई पहला अवसर नही है जब करंट की चपेट में आने से जंगली हाथी की मौत हुई है। धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में ही पांच साल में करीब अब तक लगभग 30 से अधिक जंगली हाथी की मौत अलग-अलग कारणों से हो चुकी है इनमें से करंट की चपेट में आने से मौत के अधिक मामले हैं। वही पखवाड़े भर पहले भी इस तरह की घटना इसी रेंज में घटित हो चुकी है जिसमे एक नर की मौत हो चुकी हैं।
दर्जनों झुंड में सैकड़ों हाथी कर रहे है जन व आर्थिक हानि
इन दिनों खरसिया थाना क्षेत्र से लगे हुए जोबी गांव में भी 21 जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है। बीती रात जंगली हाथियों के इस दल ने काफरमार, जोबी एवं कुर्रू में 10 से अधिक किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है वहीं कुछ झोपड़ी एवं एक सायकल को भी क्षतिग्रस्त किया है। बताया यह भी जा रहा है कि दर्जन भर से अधिक झुंड में करीब 100 से अधिक हाथी स्वच्छंद धरमजयगढ़ वन मंडल में विचरण कर रहे है। यह झुंड आर्थिक जनहानी पहुचा रहा है। वन विभाग हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुनादी कराने के साथ-साथ आम जनता को जंगली हाथियों से दूरी बनाये रखने जागरूक किया जा रहा है।
वन विभाग की लापरवाही उजागर
विदित रहे कि रायगढ़ जिले के जंगलों में पिछले कुछ सालों से शिकारियों के द्वारा अवैध शिकार की घटनाओं को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। शिकारियों के द्वारा बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने लगातार वन्यप्राणियों की मौत की घटनाएं भी हो रही है। इनमें से कुछ ही मामले सामने आ पाते हैं। इसके बाद अब छाल रेंज के जंगलों में करंट से मादा हाथी और तीन मवेशियों की मौत होनें की घटना ने वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को उजागर किया है।
कोरबा से आना जाना बना हुआ है हाथियों
छाल रेंज कोरबा वन मंडल से जु़ड़ा होनें के चलते यहीं से जंगली हाथियों का आना-जाना लगा रहता है और वर्तमान में अभी छाल रेंज में ही 20 से अधिक जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं। ऐसे में अगर वन्यप्राणियों का शिकार करने वाले शिकारियों को जल्द ही नही पकड़ा नही गया तो आने वाले दिनों में और भी जंगली हाथियों की मौत करंट से संपर्क में आने से हो सकती है, इस बात से इंकार नही किया जा सकता।