रायगढ़ टॉप न्यूज 30 सितंबर 2023। खरसिया में स्थित शासकीय अस्पताल जिसे सिविल हॉस्पिटल भी कहा जाता वो अब शहीद नंदकुमार पटेल के बड़े सुपुत्र एवं मंत्री उमेश पटेल के बड़े भाई शहीद दिनेश नंदकुमार पटेल के नाम से जाना जायेगा जिसके लिए छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शासकीय हॉस्पिटल को शहीद दिनेश पटेल के नाम से करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
बता दें की लंबे समय से जनता की मांग थी की सिविल हॉस्पिटल को शहीद दिनेश नंदकुमार पटेल के नाम से किया जाए, जिसके लिए खरसिया विधानसभा के कांग्रेसियों ने जनता की इच्छा को स्वरूप देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन देकर सिविल हॉस्पिटल को शहीद दिनेश नंदकुमार पटेल के नाम से करने का आग्रह भी किया था, जिस पर अब शुक्रवार 29 सितम्बर 2023 को मुहर लग गई है। छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शासकीय हॉस्पिटल खरसिया को शहीद दिनेश नंदकुमार पटेल के नाम से करने आदेश जारी कर दिया है।
ज्ञात हो की खरसिया का सिविल हॉस्पिटल एक समय एक छोटे से कस्बे के छोटे हॉस्पिटल के नाम पर जाना व पहचाना जाता था, किंतु 1990 में शहीद नंदकुमार पटेल के युग की शुरुआत होने के बाद से ही खरसिया के शासकीय हॉस्पिटल की काया कल्प बदलने लगी थी एवं 2003 तक खरसिया का शासकीय हॉस्पिटल अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका था, जिसका श्रेय निःसंदेह शहीद नंदकुमार पटेल को दिया जाता हैं। 2003 में प्रदेश में सरकार परिवर्तन होने के बाद 15 वर्षो तक उक्त शासकीय हॉस्पिटल निरंतर अपनी पहचान खोने लगा था आम जन मानस सिविल अस्पताल को रिफर सेंटर के नाम से संबोधित करने लगे थे,
किंतु 2013 में उमेश पटेल युग की शुरुआत होना एवं 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना व खरसिया विधायक उमेश पटेल का केबिनेट मंत्री बनने का इंतजार तो खरसिया क्षेत्र की जनता एवं खरसिया के सिविल अस्पताल को भी था 2018 में केबिनेट मंत्री बनने के बाद से ही उमेश पटेल के प्रयासों से खरसिया के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों को एक सुसज्जित टीम सहित एक्सरे मशीन, डेंटल चेयर मशीन, ब्लड सेंटर, हमर लैब, 3 नग डायलिसिस मशीन, बल्ड बैंक एवं हॉस्पिटल में रंग रोगन के साथ निरंतर साफ, सफाई व्यवस्था आदि अनेक सुविधाओ की सौगात मिली आज समूचे प्रदेश में खरसिया का शासकीय हॉस्पिटल एकमात्र ऐसा हॉस्पिटल जहां मरीजो को निःशुल्क दर पर ब्लड दिया जाता हैं।
खरसिया के सिविल अस्पताल में 1990 से 2013 तक शहीद नंदकुमार पटेल एवं उसके बाद उनके सुपुत्र खरसिया विधायक एवं केबिनेट मंत्री उमेश पटेल के विशेष प्रयासों के कारण ही आज खरसिया का सिविल अस्पताल एक आदर्श हॉस्पिटल के रूप में अपनी पहचान बना चुंका हैं एवं डॉक्टर दिलेश्वर पटेल एवं उनकी पूरी टीम 24 घंटे सेवाएं मरीजों को दे रहे है।खरसिया के सिविल अस्पताल में नंदेली हाउस के योगदान को देखते हुए प्रदेश सरकार से खरसिया के सिविल अस्पताल को शहीद दिनेश नंदकुमार पटेल के नाम पर नामकरण करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर ज्ञापन दिया गया था, जिसकी स्वीकृति का आदेश छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है, उक्त आदेश का खरसिया के जनता ने स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उप मुख्यमंत्री टी. एस. सिंहदेव का आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया है।