Raigarh News: चक्रपथ की रिर्टनिंग वॉल बनकर तैयार, खतरनाक गड्ढे मुसिबतें खड़े कर रहे है, अफसरों का दावा- मौसम साफ होते ही 15 दिनों में होगा काम पूरा

0
49

रायगढ़। शहर में मेरिन ड्राईव की ऊचांई बढ़ाने का काम किया जा रहा है। अभी बारिश में निर्माण करने से इस सड़क से गुजरने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पिछले हμते गर्भवति महिला मेडिकल कॉलेज जाते समय वहां के खतरनाक गड्ढ़े में उसकी गाड़ी फंसने से वह गिर गई, खुशकिस्मती रही कि महिला को गंभीर चोंटे नहीं आई। महिला की हाथ में चोट लग गई, हर रोज कुछ ना कुछ छोटे बड़े हादसे यहां हो रहे हंै, पीडब्ल्यूडी के अफसरों का दावा है कि मौसम खुलते ही इसका निर्माण 15 दिनों में ही पूरा कर लिया जायेगा।

मेरिन ड्राईव की ऊचांई को बढ़ाने के लिए 2 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च की जा रही है। चक्रपथ और रिटेनिंग वॉल के लिए सीएसआर मद से बजट दिया गया है। सड़क के दोनों तरफ 4 ह्यूम पाइपलाइन बिछाई जानी है, इसमें यदि नालों से या सड़क की तरफ पानी बहकर आता है, तो वह पानी इसी पाइपलाइन से सीधे नदी में चली जाएगी, ऐसा डिजाइन किया गया है। अप्रैल में इसका काम शुरु हुआ, लेकिन 2 माह तक रेलवे के ब्रिज का स्ट्रक्चर रहने की वजह से उसका काम नहीं हो सका। अब पीडब्ल्यूडी बारिश के बीच यहां काम करा रही है इसमें तेजी से काम कराना चाह रही है। लेकिन बारिश बड़ी बाधा बन गई है, बारिश के तुरंत बाद पानी भर जाता है, जो और मुश्किले पैदा करता है और हादसों का डर रहता है।























दो ह्यूम पाईप लगाया जाना है
पीडब्ल्यूडी के एसडीओ एमएस नायक ने बताया कि वहां पर रिटर्निंग वॉल बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है। वहां पर मुरुम डालकर दो बड़े ह्यूम पाइपलाइन बिछाकर उसमें पानी को नदी में जाए ऐसा इंतजाम करना है। इसमें मौसम साफ हो जाए तो हम वहां पर 15 दिनों में ही काम पूरा करा देंगे।

अभी बारिश परेशानी आ रही है मौसम साफ होंने के बाद सड़क ब्लॉक कर वहां काम पूरा करा लिया जाएगा। जहां पर गड्ढ़े हो गए है उसके साथ आसपास इलाकें को ठीक करा लिया जाएगा। इसी सड़क में बड़े बड़े गड्ढ़े हो गए है, खतरा बढ़ गया है- दरअसल चक्रपथ में रिटेनिंग वॉल तो बना दिया गया है, वहां पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गए है। खतरा काफी ज्यादा है, यहां इतने बड़े- बड़े गड्ढ़े हो गए हैं कि हमेशा हादसे का डर रहता है। वहां पर मुरुम भी डाल दिया गया है, मुरुम बारिश होंने के बाद बार बार बह जाता है, इससे वहां फिसलन हो जाती है,परेशानी और बढ़ जाती है।



































LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here