कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कहा- जल्द चालू कर देंगे, दिल्ली से अनुमति का इंतजार
जनप्रतीनिधियों ने भी नहीं की चिंता, केवल प्रशासन को कोसने में लगे है
रायगढ़ टॉप न्यूज 26 सितंबर 2023। डेंगू की अभी शहर में भयावह स्थिति बनी हुई है, अब पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज रायगढ़ में है, अब तक 561 मरीज शहर मिल चुके है। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ब्लड सेपरेटर मशीन पांच साल पहले से आकर रखा पड़ा हुआ है। यह मशीन स्टॉलेशन होंने के बाद इसे शुरु नहीं किया जा सका है। यह संख्या शहर में लगातार बढ़ती जा रही है, हर रोज मरीजों को प्लेटलेट की जरुरत पड़ रही है, ऐसे में मरीजों के परिजानों को प्राईवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में जाकर महंगे दर पर प्लेटलेट खरीदना पड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पूरा सेटअप जमे होंने के बाद भी यह चालू नहीं हो पा रहा है, कॉलेज के अफसर केन्द्र सरकार से एक मंजूरी नहीं मिलने की वजह से यह शुरु होने की बात कहते हुए यह चालू नहीं किया जा रहा है।
400 रुपए तक लगता है प्राईवेट हॉस्पिटलों में- ब्लड बैैंक से जुड़े लोगों का कहना हैं कि हर ब्लड बैंकों ंंकी प्राईवेट हॉस्पिटलों से टाईअप है। अभी जब डेंगू का संक्रमण फैला हुआ है, ऐसे में ब्लड बैंक के लोग ही 400 रुपए प्रति यूनिट की दर से प्लेटलेट उपलब्ध करा रहे है। यह सुविधा यदि मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में खुल जाती है तो वहां पर मरीजों को मुफ्त में या काफी कम चार्ज में इसकी सुविधा मिल सकेगी।
2017-2018 में जब डेंगू का खतरा काफी बढ़ा तो तत्कालिन कलेक्टर शम्मी आबिदी ने प्रयास कर इस मशीन को मेडिकल कॉलेज परिसर पर स्टॉलेशन कराया था। जो अब तक शुरु नहीं हो सका है। अब जब शहर में संक्रमण काफी फैल गया है, लोगों को प्लेटलेट के लिए मारामारी स्थिति है, तब मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है, लेकिन इसकी चिंता जनप्रतीनिधियों को नहीं है यह मशीन को 10 लाख से अधिक कीमत में स्टॉलेशन किया गया है।
लाईसेंस की प्रक्रिया पूरी हो गई है- मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडट डॉ मनोज मिंज ने बताया कि इसमें नई दिल्ली स्तर पर फूड एंड ड्रग कंट्रोलर से इसमें निरीक्षण होंने के बाद सारी प्रक्रिया होंने के बाद वहां से लाईसेंस प्रक्रिया होेकर उसका सर्टिफिकेट मिलना है।
वह सर्टिफिकेट मिलने के बाद यह मशीन शुरु हो जाएगी, मार्च में सारी प्रक्रिया होंने के बाद अगस्त में पूरी प्रक्रिया कर ली गई है। वहां से सिर्फ मंजूरी की देरी है।
इधर बंद ब्लड सेपरेटर मशीन को जल्द चालू करने की मांग…शहर के युवाओं ने मेडिकल कालेज के डीन को सौंपा ज्ञापन
सालो से बंद पड़े मेडिकल कालेज की ब्लड सेपरेटर मशीन को जल्द से जल्द चालू करवाने आज रायगढ़ के जागरूक नागरिकों सीनू राव, संजय पल्लू बेरीवाल, मनीष सोलंकी, नीतेश सोनी, अभिलाष कछुआहा, कमल मरार ने जिला प्रशासन व मेडिकल कालेज के डीन को ज्ञापन सौप चर्चा कर बल्ड सेप्रेटर मशीन को जल्द से जल्द चालू किए जाने की मांग की। पिछले 6 वर्षो से बंद पड़े मशीन के चालू न होने की वजह से गरीब मध्यम वर्गी परिवार के साथ आम जनता भी बहुत परेशान है डेंगू के मरीजों को प्लेटनेट की अवस्यकता पड़ने पर उन्हें बड़े बड़े महंगे अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ते है जिससे उन्हें आर्थिक वा अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है बल्ड सेपरेटर मशीन चालू होने से रायगढ़ की आम जनता को बहुत राहत मिलेगी।