Raigarh news : भक्ति और श्रद्धा सुदामा की तरह होनी चाहिए- पं शिवम विष्णु पाठक

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आशीर्वाद में मोदी परिवार का भव्य श्रीमद्भागवत कथा आयोजन
रायगढ़ टॉप न्यूज 24 सितंबर 2023।  शहर के प्रतिष्ठित मोदी परिवार के श्रद्धालुओं द्वारा विगत 18 सितंबर से पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धा से सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। व्यासपीठ पर देश के सुप्रसिद्ध कथा वाचक पं शिवम् विष्णु पाठक विराजित हैं और निसदिन दोपहर तीन से शाम सात बजे तक सैकड़ों श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करा रहे हैं। वहीं छठवें दिन महारास, रुक्मिणी विवाह प्रसंग के बाद आज कथा समापन के दिन भक्त सुदामा और शुकदेव गमन की कथा को सहज सरल ढंग से सुनाकर श्रद्धालुओं को मुग्ध कर दिए।

खत्म हो गया कंस का अत्याचार – – व्यासपीठ पर विराजित पं शिवम विष्णु पाठक ने कंस प्रसंग कथा के अंतर्गत कहा कि भगवान अपने भक्तों की हर गलतियों को क्षम्य कर देते हैं अपना सुपुत्र मानकर परंतु जो उनकी सत्ता की विराट महिमा को नहीं जानते और अपने अहंकार में चूर रहते हैं उनका वे विनाश ही करते हैं। कंस भी प्रभु की माया को समझ नहीं पाया और निरंतर अत्याचार करता गई जब अति का अंत हुआ तो परमात्मा उसके दरबार में जाकर उसका अंत कर दिया। इसलिए प्रभु शरण जरुरी है।























जिसकी इंद्रियां वश में हो वे गोपी हैं – – उन्होंने कहा कि गोपी वही हैं जिनकी सभी इंद्रियां पूरी तरह से श्री राधे के प्रति समर्पित हो और जब समर्पण होता है तभी महारास होता है। इसी तरह रुक्मिणी प्रसंग के अंतर्गत उन्होंने कहा कि रुक्मिणी का विवाह उसका भाई रुक्म श्री कृष्ण से नहीं कराना चाहता था। परंतु रुक्मिणी साक्षात लक्ष्मी रुपा थीं उन्होंने अपने संकल्प शक्ति से श्रीराधे को पाना चाहती थीं उनका प्रेम व समर्पण देख भगवान श्रीहरि ने उनका हरण कर अपना बनाए।

निश्चछल था सुदामा का प्रेम – – इसी तरह सुदामा प्रसंग की कथा का रसपान कराते हुए उन्होंने कहा कि। भगवान मधुसूदन का बाल सखा सुदामा था, परंतु गरीब विप्र सुदामा ने अपने जीवन में तरह – तरह के कष्ट उठाए फिर भी प्रभु से कोई मांग नहीं की। वहीं भगवान ने भी उसकी हर तरह से परीक्षा ली मगर विप्र सुदामा की भक्ति, प्रेम व श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई। यह देख भगवान श्रीहरि अत्यंत प्रसन्न हुए और गरीब सुदामा की कुटिया को अपनी शक्ति और आशीर्वाद से राजमहल में बदल दिए उसका जीवन धन्य कर दिए। ऐसी होती है प्रभु की माया जो हर असंभव को क्षण भर में संभव बना देते हैं।

मनभावन झांकी रही खास – – श्री मोदी परिवार द्वारा आयोजित भव्य सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतर्गत कथा प्रारंभ से आज समापन अवसर तक प्रसंगअनुरुप मनभावन जीवंत झांकी निकाली गई जो हर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा और इसे देखकर प्रसन्न भी हुए। वहीं आज समापन के दिन भी मनभावन झांकी निकाली जो हर किसी के लिए यादगार बना। वहीं आज सुबह कथा विश्रांति के पश्चात दोपहर में महाप्रसाद का वितरण किया गया व सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आयोजन को सफल बनाने में श्री मोदी परिवार के सभी श्रद्धालुओं का सराहनीय योगदान रहा।



































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