नंद बाग में भव्य श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन
रायगढ़ टॉप न्यूज 18 सितंबर 2023। शहर के प्रतिष्ठित ढ़ाणेवाल गर्ग परिवार के श्रद्धालुओं द्वारा विगत दिवस से नंद बाग में पावन संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का सात दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। व्यासपीठ पर विराजित हैं देश के सुप्रसिद्ध भागवत आचार्य पं ताराचंद शास्त्री जो बेहद ही सहज सरल ढंग से कथा स्थल में उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का रसपान निसदिन दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक करा रहे हैं। वहीं कथा स्थल में उपस्थित श्रद्धालुगण भावविभोर होकर अमृतमयी पावन कथा का रसपान कर रहे हैं।
कर्म का फल अवश्य मिलता है
व्यासपीठ पर विराजित आचार्य ताराचंद शास्त्री ने आज कथा प्रसंग के दूसरे दिन धुंधली प्रसंग के अंतर्गत कहा कि आत्महत्या से बड़ा कोई पाप नहीं है। ये कर्मभूमि है। पूर्व जन्म का फल अवश्य मिलता है। इस जन्म का फल दूसरे जन्म में मिलता है। कर्म का फल हर किसी को भोगना पड़ता है। यदि हम आज भोगेंगे तो सरल है। आत्महत्या करने व अकाल मृत्यु होने से प्रेत योनि की प्राप्ति होती है और तरह – तरह का अपार कष्ट उठाना पड़ता है, जिसे भोगने वाली जीवात्मा ही जानती है। इसलिए इस जीवन में जितना भी कष्ट मिले उसे श्रीहरि की कृपा समझ स्वीकार करिए। इसी तरह उन्होंने कहा कि विधि के विधान को मिटाने का सामर्थ्य केवल सच्चे संत में है। इनके सानिध्य में रहने से मनुष्य के जीवन की दशा और दिशा भी बदल जाती है और कल्याण होता है। वहीं आचार्य जी ने शुकदेव प्रसंग, नारद चरित्र, कपिल प्रसंग के अंतर्गत अनेक सारगर्भित कथा का श्रवण कराए जिसे उपस्थित श्रद्धालुओं ने पवित्र मन से सूना।
हृदय को प्रफुल्लित कर रहा मधुर भजन
कथा प्रसंग के अंतर्गत संगीत टीम के कलाकार भगवान श्रीहरि के मधुर भजन सुना रहे हैं। जिसे सुनकर सभी का मन व हृदय प्रफुल्लित हो रहा है और भाव विभोर होकर श्रद्धालु झूम रहे हैं। वहीं कथा स्थल में प्रतिदिन कथा श्रवण करने श्रद्धालुगण पहुँच रहे हैं। तीसरे दिन आज आचार्य पं ताराचंद शास्त्री जी सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, अजामिल सहित अनेक कथा प्रसंगों को अपने मुखारविंद से श्रवण कराकर भक्तों को धन्य करेंगे। सात दिवसीय इस आयोजन को भव्यता देने में ढ़ाणेवाल गर्ग परिवार के सभी श्रद्धालुगण जुटे हैं।