Raigarh News : सत्य कभी मिटता नहीं, असत्य कभी टिकता नहीं-  ताराचंद शास्त्रीय

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नंद बाग में भव्य श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन

रायगढ़ टॉप  न्यूज 17 सितंबर 2023। शहर के प्रतिष्ठित शहर के ढ़ाणेवाल गर्ग परिवार के श्रद्धालुओं द्वारा आज 17 सितंबर से 23 सितंबर तक पितृमोक्षार्थ व गया श्राद्ध धार्मिक कार्यक्रम के अन्तर्गत सात दिवसीय पावन संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन कोतरा रोड स्थित नंद बाग में किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ आज सुबह भव्य शोभायात्रा बाजे – गाजे व श्री राधे के जयकारे के साथ हुआ। जिसमें गर्ग परिवार के सभी श्रद्धालुगण बड़ी श्रद्धा से शामिल हुए। इसके पश्चात दोपहर में वेदी – पूजन व भगवान श्रीहरि राधे की महाआरती के साथ कथा का प्रारंभ हुआ। व्यासपीठ पर विराजित देश के सुप्रसिद्ध कथा वाचक भागवत भूषण आचार्य ताराचंद शास्त्रीय महाराज अपने दिव्य प्रवचनों से प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से रात सात बजे तक श्रद्धालुओं को निहाल कर रहे हैं।























जीवन में परम सत्य की खोज जरुरी है – –

व्यासपीठ पर विराजित भागवत भूषण आचार्य ताराचंद शास्त्रीय ने आज पावन श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि
श्रीमद् भागवत के रचियता वेदव्यास जी हैं और वहीं प्रमुख वक्ता हैं और श्रोता पहले शुकदेव जी हैं। जो श्रवण करने के उपरांत मनन कर उसका पालन करे वही प्रमुख श्रोता है। उन्होंने कहा कि इस जगत में तीन तरह के लोग होते हैं। श्रोता, सोता और सरोता। इन सभी में श्रोता सर्वश्रेष्ठ है। इसलिए जीवन का कल्याण करने के लिए एक अच्छे श्रोता बनें। हमारे जीवन में सबसे अमूल्य चीज है तो वह समय है। एक बार गुजरने के बाद फिर कभी नहीं आता। इसी तरह उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन मिला है तो कल्याण के लिए समय निकालकर अवश्य कथा का श्रवण कीजिए। सत्य शब्द से ही भागवत शब्द की उत्पत्ति हुई है। जीवन में परम सत्य की खोज जरुरी है। वहीं श्रीमद् भागवत कथा साक्षात भगवान के मुखारविंद से निकली है। जो इसका पवित्र मन से श्रवण चिंतन कर हर प्रसंग को अपने जीवन में आत्मसात करेगा उसका कल्याण सुनिश्चित है। इस तरह से कथा स्थल में पावन अमृतमयी कथा की धारा बह रही है। जिसका भक्तगण रसपान कर रहे हैं।

अधरं मधुरं, सत्यम् मधुरं – –

कथा प्रसंग के अंतर्गत संगीत टीम के कलाकार अपने मधुर भजनों से श्रद्धालुओं को मुग्ध कर रहे हैं। वहीं आज इन्होंने अधरं मधुरं, सत्यम् मधुरं का मधुर गीत सुनाकर सभी श्रद्धालुओं को निहाल कर दिया। कथा प्रसंग के आज दूसरे दिन शुकदेव आगमन, नारद चरित्र, कपिल चरित्र प्रसंग का गुणगान होगा। वहीं सात दिवसीय इस संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आयोजन को भव्यता देने में प्रतिष्ठित ढ़ाणेवाल गर्ग परिवार के सभी श्रद्धालुगण जुटे हैं।

 

 



































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