एनटीपीसी का स्टेज 2…1600 मेगावॉट का एक और नया प्लांट लगेगा…साढ़े 15 हजार करोड़ का टेंडर हुआ फायनल
बुधवार को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में फाइनल हुआ टेंडर, 15 हजार 529 करोड रुपए खर्च आएगा
800-800 मेगावॉट के दो पॉवर प्लांट लगेंगा, 52 माह का समय लगेगा
रायगढ़ टॉप न्यूज 1 सितंबर 2023 । एनटीपीसी लारा फेस- 2 काम अब शुरु हो जाएगा, कुछ दिनों पहले इसके लिए पर्यावरण स्वीकृति मिलने के बाद बुधवार को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में टेंडर फायनली मंजूरी दे दी है। एनटीपीसी लारा में स्टेज- 2 का काम देश की बड़ी कंपनी भेल ( भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड) द्वारा पॉवर प्लांट का पूरा काम करेंगी। भेल को इसका काम 800-800 मेगावॉट का पॉवर प्लांट को डेवलप करने के लिए 15 हजार 529 करोड 99 लाख रुपए में इसका ठेका दिया गया है । यह प्रोजेक्ट आने से जिले के औद्योगिक, आर्थिक और अन्य क्षेत्र में भी प्रभाव पड़ेगा, विकास की रफ्तार बढ़ेगी। अभी तक एनटीपीसी लारा 800 मेगावाट के दो पॉवर प्लांट याने 1600 मेगावॉट का संचालन करती आ रही है। अब 16 सौ मेगावॉट का प्लांट और बनने से यह 3200 मेगावॉट का प्लांट हो जाएगा। इसके बाद 800 मेगावाट का प्लांट एक फेस में और डेवलप होगा। इस तरह से कुल 4 हजार मेगावाट का पॉवर प्लांट एनटीपीसी का होगा। अब नई कंपनी का टेंडर फाइनल होंने के बाद वर्कऑर्डर का प्रोसेस कर लिया गया है, कहा जा रहा हैं एक माह में इसका भी काम शुरु हो जाएगा।
विध्यांचल के बाद सबसे बड़ा पॉवर प्लांट रायगढ़ में होगा
एनटीपीसी के अफसरों के अनुसार अभी विन्ध्यांचल में एनटीपीसी का 4760 पॉवर प्लांट चल रहा है। जो अभी सबसे बड़ा पॉवर प्लांट है, इसके बाद अब देश में एनटीपीसी का सबसे बड़ा पॉवर प्लांट रायगढ़ में बनेगा जो अभी देश का 4 हजार मेगावॉट का होगा। सरकारी क्षेत्र के उपक्रम में दूसरा बड़ा पॉवर प्लांट होगा।
5 हजार को नौकरी, 300 लोगों को रेग्यूलर जॉब देगा
एनटीपीसी के सुत्रों के अनुसार इस प्लांट के शुरुआत में ही होने से 5 हजार श्रमिको को सीधा रोजगार दिया जाएगा। अभी यहां पर 300 कर्मचारी एवं अधिकारी रेग्यूलर पदों पर नौकरी कर रहे है। नया पॉवर प्लांट डेवलप होंने से 300 और अन्य पदों पर रेग्यूलर जॉब मिलेगी, हालांकि यहां पर भू विस्थापित लंबे समय से रोजगार की मांग को ले कर- के विरोध प्रर्दशन करते आ रहे है, वे रेग्यूलर जॉब मांग रहे है । एनटीपीसी प्रबंधन हाईटेक होंने की बात कहते हुए कम संख्या में रोजगार देने की बात कहता है, अभी यहां पर 2 हजार लोग संविदा पदों पर मजदूर काम कर रहे है ।
भेल को वर्क आर्डर मिलने के बाद सैकेंड फेस का पॉवर प्लांट को पूरा होने में 52 माह का समय लगेगा । जिसमे पहले फेस के 800 मेगावॉट पॉवर प्लांट को तैयार होंने में वर्कऑर्डर मिलने के 48 माह का समय लगेगा। इसके बाद सैकेंड फेस में 800 मेगावॉट का पॉवर प्लांट को तैयार करने में 52 माह का समय लगेगा।इस तरह 1600 मेगावॉट पूरी तरह से काम पूरा होंने 52 माह ( करीब साढ़े 4 साल) समय लगेगा। इसके बाद 800 मेगावाट का एक और प्लांट लगेगा। यह डील फाइनल होंने के बाद स्टॉक एक्सजेंच में गुरुवार को भेल और एनटीपीसी के शेयरों में बढ़त देखने को मिली है। इस कोल बेस्ड पॉवर प्लांट में एनटीपीसी लारा को घरघोड़ा के तिलाईपाली कोल ब्लॉक से कोयले का डिस्पैच करके उसे रेंक से एनटीपीसी पॉवर प्लांट तक लिया जाता है । तिलाई पाली के कोल माइंस को एनटीपीसी के पॉवर प्लांट के लिए आबंटित किया गया है। कोल माइंस को धीरे-धीरे इसका एक्सटेंशन करने का काम भी किया जा रहा है। जिले में जेपीएल, अदानी, एसकेएस, टीआरएन जैसे नामचीन कंपनियां जिले में पॉवर प्रोडक्शन कर रही है।