रायगढ़ टॉप न्यूज 24 जून 2023। पूर्वांचल क्षेत्र स्थित जामगांव में ठाकुर दम्पत्ति की शादी की सालगिरह के दावे की उस समय हवा निकल गई, जब सीडब्ल्यूसी की काउंसलिंग में नाबालिग बेटी ने आखिरकार कबूल किया कि जामगांव के मंदिर में उसका विवाह हुआ है। सोशल मीडिया में वायरल नाबालिग जोड़े की तस्वीर के आधार पर सच सामने आने पर बालिका वधु को चक्रधर बालसदन भेजते हुए सीडब्ल्यूसी टीम आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
शहर के टीपी नगर से कोसमनारा रोड में पटियाला के पास नगर निगम के आवासीय कॉलोनी में ठाकुर परिवार द्वारा वैवाहिक वर्षगांठ मनाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, वहां किसी की मैरिज एनिवर्सरी नहीं मनाई गई, बल्कि 17 साल की एक नाबालिग युवती का उसके 20 बरस के प्रेमी के साथ विवाह होने के बाद पार्टी की तैयारी हो रही थी। इस संवेदनशील प्रकरण में शुक्रवार दोपहर महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के जिला बाल संरक्षण इकाई के दफ्तर में ठाकुर परिवार को काउंसलिंग के लिए तलब किया था।
बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना ने अपने हाथ मेहंदी तथा हल्दी लगाने वाली रीमा (परिवर्तित नाम) से पूछा कि क्या उसका विवाह हुआ है तो उसने साफ इंकार कर दिया। वहीं, जब दुल्हन बनी रीमा और उसके पति की सोशल मीडिया में वायरल फोटो को दिखाकर दुबारा पूछताछ की गई तो उसने खुद को विवाहित के रूप में स्वीकार करते हुए बताया कि जामगांव के मनकेसरी मंदिर में उसका प्रेम विवाह हुआ। रीमा ने यह भी दावा किया कि उसके लव मैरिज में परिवार का कोई हाथ नहीं है और उसने अपनी मर्जी से ऐसा किया है।
रीमा द्वारा खुद को बालिका वधु बताने पर सच तो सामने आ गया, लेकिन दुल्हन की उम्र 17 और दूल्हे के 20 होने पर विवाह को गैरकानूनी मानते हुए सीडब्ल्यूसी टीम ने ऐहतियात के तौर पर उसे मायके या ससुराल भेजने के बजाए चक्रधर बालसदन में रखा है, ताकि आगे काउंसलिंग की सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जा सके। आरोप यह भी है कि लडका और लडकी पक्ष के लोग इस बाल विवाह में शामिल थे, इसलिए रीमा के बयान के आधार पर विभागीय अधिकारी अब बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत अपना कलम चलाएंगे।
क्या कहते हैं बाल संरक्षण अधिकारी
इस संबंध में बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना ने बताया कि ठाकुर परिवार की लडकी का बाल विवाह हुआ है। प्रारंभिक काउंसलिंग में रीमा के बयान पर सच सामने आने पर उसे चक्रधर बालसदन भेजा गया है। दोनों पक्षों का भी बयान लिया जाएगा, फिर आगे की कानूनी कार्रवाई होगी।