ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों में 288 नहीं बल्कि 275 लोगों की जान गई है। ये बयान ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने दिया है। उन्होंने रेल हादसे को लेकर प्रेसवार्ता में कहा कि डीएम और उनकी पूरी टीम ने एक एक शव की जांच की। डीएम द्वारा डेटा की जांच भी गई और इस दौरान पाया गया कि इस हादसे में 275 लोगों की जान कई है। साथ ही 1175 लोग घायल है, जिनमें से 793 लोगों को उपचार के बाद छुटटी दे दी गई है।
मुख्य सचिव जेना ने कहा कि 275 मृतकों में से 78 शवों की पहचान कर ली गई है और शव परिजनों को सौंप भी दिया गया है। 10 और शवों की पहचान कर ली गई है, जो शीघ्र ही परिजनों को सौंपा जाएगा। बाकी शवों के पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।
वहीँ, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के एक-दूसरे से हुए टक्कर से हुई बड़ी दुर्घटना की असली वजह भी बताई। रेल मंत्री ने कहा है कि इस हादसे की असल वजह का पता लगा लिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट में इसका खुलासा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हादसा हुआ।
इस हादसे में 1100 से ज्यादा लोग घायल हैं। भारत में पिछले तीन दशकों में यह सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। ओडिशा बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गईं, जिससे कुल 17 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।