रायगढ़ टॉप न्यूज 22 अप्रैल 2023/ हिंदू धर्म के विप्र समाज के लोग सनातन काल से अक्षय तृतीया के दिन ब्राह्मणों के कुल देवता और भगवान विष्णु के छठवें अवतार परशुराम के जन्मोत्सव को मनाते आ रहे हैं। वहीं आज शहर के सभी ब्राहमण समाज के लोगों ने इस बार शहर के ब्राम्हण आयोजन समिति एवं मारवाड़ी महिला ब्राम्हण समिति व सर्व ब्राह्मण समाज के सभी श्रद्धालुओं ने अक्षय तृतीया महापर्व के दिन भगवान परशुराम जन्मोत्सव की खुशी में ऐतिहासिक एवं मनभावन झांकी के साथ भगवान परशुराम मंदिर से भव्यता के साथ निकाली जिसमें हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज के सभी वर्ग के लोगों ने बड़ी श्रद्धा व उत्साह के साथ भाग लिया व समूचा शहर भगवान परशुराम के जयकारे से गुंजित हो गया।
मंदिर में हुई महाआरती – – आज अक्षय तृतीया पर्व के दिन घड़ी चौक स्थित भगवान परशुराम मंदिर ब्राम्हण समाज के सैकड़ों लोगों ने विधिवत पूजन – अर्चना की गई व हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके पश्चात पुनः शोभा यात्रा के पहले महाआरती की गई जिसमें ब्राम्हण महिला समाज की महिलाओं व बच्चों ने भी श्रद्धा से भाग लिया।
शाम छह बजे निकली शोभायात्रा – – – ब्राह्मण सेवा समिति के सभी श्रद्धालुओं ने शाम चार बजे भगवान परशुराम मंदिर में महाआरती एवं पूजा अर्चना किए। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और समूचा अंचल भगवान परशुराम के जयकारे से गूंजित हो गया। इसके पश्चात डीजे व कर्मा पार्टी झंकार व आतिशबाजी के साथ भगवान परशुराम मंदिर से हाथों में ध्वजा लेकर शोभा यात्रा निकली व भगवान परशुराम के जयकारे के साथ महाशोभा रैली भगवान परशुराम मंदिर से हंडी चौक, गद्दी चौक, पुत्री शाला रोड़, मंदिर चौक, गोपी टॉकीज, रामनिवास चौक, गांधी चौक, स्टेशन चौक, नटवर स्कूल, सत्तीगुड़ी चौक होते हुए पुनः भगवान परशुराम मंदिर पहुंची।
जमकर झूमे श्रद्धालुगण – – – ब्राम्हण समाज के सभी वर्ग के लोग भगवान परशुराम के भजन गीतों व राम जी की निकली व अनेक भक्ति मधुर गीतों के साथ जमकर झूमे जो शहर में विशेष आकर्षण रहा।
मनभावन रही भगवान की झांकी – – – खूबसूरत बग्गी में भगवान परशुराम की वेशभूषा में सजधजकर भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसे देखकर शहरवासी अत्यधिक मुग्ध हो गए। वहीं आज शहर का हर चौक चौराहे भगवान परशुराम के जयघोष से गुंजित हो गया।
विधायक व महापौर हुए शामिल – – – ब्राम्हण समाज की भव्य रैली में आज विधायक प्रकाश नायक, महापौर श्रीमती जानकी काटजू, रत्थू गुप्ता, अध्यक्ष विजय वीरभान शर्मा, विप्र फाउंडेशन प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र शर्मा, राजेश भारद्वाज, अनिल शुक्ला, गुरुपाल भल्ला, सुभाष पांडेय, दीपक पांडेय विनय पांडेय, नरेश शर्मा, संतोष शर्मा, टिंकू आदित्य शर्मा, पवन शर्मा,अमित शर्मा, दीपक शर्मा, कमल शर्मा, मनोज शर्मा, विजय शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिकों व ब्राम्हण समाज के लोगों ने भाग लिया। इसी तरह ब्राह्मण महिला से अध्यक्ष श्रीमती बबीता सुनील दत्त शर्मा, रमा शर्मा, पिंकी शर्मा , सुनीता शर्मा, श्वेता शर्मा, संतोष शर्मा, मीरा शर्मा, सपना शर्मा, रजनी शर्मा, ज्योति शर्मा, विभा शर्मा, मीना भारद्वाज, मीना शर्मा, श्वेता शर्मा, मीरा शर्मा सहित अनेक सदस्यों की उपस्थिति रही।
जगह – जगह हुआ स्वागत – – भगवान परशुराम शोभा यात्रा का शहर के हर चौक चौराहे में शीतल शरबत, नाश्ता, आइसक्रीम व ठंडाई, शीतल पेय से शोभा यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं का शहर के विभिन्न सामाजिक संस्था के लोगों ने आत्मीय स्वागत किया।
रात में हुआ महाभंडारा – – भगवान परशुराम महाशोभा यात्रा रैली के बाद रात में सभी श्रद्धालुओं के लिए महाभंडारा की व्यवस्था की गई जहां सभी ने भगवान परशुराम का प्रसाद ग्रहण किया। वहीं इसके पश्चात विजय शर्मा का मधुर भजन आर्केस्ट्रा हुआ जिसका सभी ने देर रात तक भरपूर लुत्फ़ उठाया। वहीं शोभा यात्रा में सहयोग के लिए पुलिस विभाग व यातायात विभाग के सभी स्टॉफ सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।
अक्षय तृतीया पर्व की भी धूम रही – – अक्षय तृतीया पर्व तिथि को हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ माना गया है और हर शुभ कार्य की शुरुआत भी होती है। वहीं इस दिन शादियाँ भी खूब होती हैं और लोग श्रद्धा से अपने कुल देवी- देवता की पूजा अर्चना भी करते हैं। वहीं आज अक्षय तृतीया पर्व की खुशी शहर में भी देखने को मिली। सुबह से शाम तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। वहीं बाजार में भी हलचल देखने को मिली व लोगों ने शगुन के तौर पर अपने मनपसंद चीजों की खरीदारी भी जमकर किए।
गले लगकर दिए मुबारकवाद – – आज शहर के मुस्लिम बंधुओं ने भी पूरे एक माह तक पाक रमजान पर्व को रोजा रखते हुए बड़ी अकीदत के साथ मनाया। वहीं विगत शुक्रवार को चांद का दीदार होने के बाद आज ईद पर्व को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जिसकी खुशियां देखते ही बनीं। वहीं मुस्लिम बंधुओं ने खुदा की इबादत कर पूरी दुनिया में शांति व खुशी के लिए खुदा से दुआ मांगी। इसके बाद एक दूसरे से गले लगकर ईद की मुबारकवाद लोगों को दिए और लजीज सेवई से मुंह मीठा कर ईद पर्व को उत्साह के साथ मनाए। जिसका सिलसिला सुबह से रात तक चलता रहा।