Raigarh News: खरसिया 5 साल की मासूम बच्ची को बाथरूम में बंद करने का मामला, करीब 9 साल पहले भी इस महिला के कब्जे से एक बच्ची का किया गया था रेस्क्यू

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महिला शिक्षिका हो सकती है बड़ी कार्रवाई, बच्ची का मेडिकल जांच भी किया गया
CWC ने की बच्ची की काउंसलिंग, मातृ निलयम संस्था में रखा गया है बच्ची को
जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस व शिक्षा विभाग को लिखेगा पत्र

रायगढ़ टॉप न्यूज 21 अप्रैल। रायगढ़ जिला के खरसिया क्षेत्र में 5 साल की मासूम बच्ची को बंधक बनाकर रखते हुए उसे कई महीनों से प्रताड़ित करने वाली महिला महिला शिक्षिका पर अब कार्रवाई की गाज गिरने वाली है, 5 साल की मासूम बच्ची की रेस्क्यू करने के बाद अब जिला बाल संरक्षण अधिकारी और CWC की टीम महिला पर कार्रवाई करने पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग को पत्र लिखेंगे। आपको बता दें कि उक्त महिला के कब्जे से करीब 9 वर्ष पहले भी CWC की टीम ने एक बच्ची को रेस्क्यू कर छुड़ाया था उस बच्ची को भी ये महिला अपने घर में रखी थी।











इस संबंध में जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना ने बताया कि कल उन्हे महिला बाल विकास विभाग खरसिया परियोजना कार्यालय से कि आशा अग्रवाल नाम की एक महिला ने एक बच्ची को बंधक बनाकर अपने बाथरूम में कैद कर के रखा है। जिसकी जानकारी मिलने के बाद रायगढ़ से जिला बाल संरक्षण व चाइल्ड लाइन की टीम को बच्ची की रेस्क्यू के लिए भेजा जहां से बच्ची को रेस्क्यू किया गया औऱ उसे सुरक्षित निकाल कर लाया गया। बच्ची को अभी मातृ निलयम संस्था में रखा गया है। बच्ची का मेडिकल जांच भी कराया गया है वहीं CWC ने बच्ची की काउंसलिंग भी की है। उन्होंने कहा कि महिला के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग व शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला एक शिक्षिका है और शिक्षिका हो कर भी इस तरह से कृत्य कर रही तो शिक्षा विभाग के तऱफ से भी कार्रवाई करने पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस विभाग के साथ हमारा एक मुस्कान अभियान चला था सन 2014-15 के आसपा उस समय भी हम लोगों ने इस महिला के घर से एक बच्ची को रेस्क्यू किया था। वह बच्ची भी 6-7 साल की थी उस बच्ची को भी वहां से छुड़ाकर लाया गया था अब फिर से उसी महिला के घर से एक और बच्ची बरामद हुआ है। उसके पति से भी कल पुछताछ किया गया था। बच्ची के हाथ में जला का निशान भी मिला है। फिलहाल पुछताछ अभी जारी है।
बताया जा रहा है कि यह महिला अक्सर मासूम बच्चों को काम करवाने की नीयत से ले आती है और अपने घर पर रखकर काफी प्रताड़ित करती है।

आपको बता दें के कल रात खरसिया के सिंचाई कॉलोनी से एक महिला शिक्षिका के घर से जिला बाल संरक्षण व चाइल्ड लाइन,महिला बाल विकास और खरसिया पुलिस की टीम ने टीम ने रेस्क्यू कर को बाथरूम से बाहर निकाला था और उसे अपने संरक्षण में लिया था। जहां का एक वीडियों भी सामने आया था । जिसमें बच्ची से पुछताछ में बच्ची ने महिला द्वारा बाथरूम में बंद कर देने की बात कही थी। महिला द्वारा कभी बच्ची को बाथरूम में बंद कर देती थी तो कभी मारपीट करती थी, यहीं नहीं कई दिनों तक बच्ची को खाना भी नहीं देती है।

खरसिया के सिंचाई कॉलोनी में रहने वाली एक शासकीय शिक्षिका द्वारा मासूम गरीब बच्ची को बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था और उसे खाने को न देते हुए बाथरूम में कई कई दिनों तक बंद कर दिया जाता था इसकी सूचना कॉलोनी वासियों द्वारा पत्रकार जगदीश मित्तल को दी गई उनके द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल महिला बाल विकास अधिकारी पुनीता दर्शन अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्रीमती निमिषा पांडे एवं चौकी प्रभारी अमिताभ खांडेकर को दी गई अधिकारियों द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए आशा अग्रवाल के घर में दबिश दी गई जहां मासूम बच्ची बाथरूम में बंद मिली जिसकी बाहर से कुंडी लगी हुई थी बाथरूम से जब बच्ची निकाली गई थी ।















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