IPL 2023: झाडू पोछा लगाने से लेकर ढोना पड़ा सिलेंडर…5 गेंदों में 5 छक्के जड़कर बने सुपर स्टार…जानें रिंकू सिंह की कहानी..

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IPL 2023 Rinku Singh Biography: 9 अप्रैल की शाम रविवार को अहमदाबाद (Ahemdabad) के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में आईपीएल (IPL) का एक ऐसा मुकाबला देखने को मिला जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के खिलाड़ी रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने कमाल कर दिया, जो मैच कोलकाता के हाथ से निकल चुका था उस मैच में आखिरी पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के जड़कर रिंकू सिंह ने टीम को जीत दिला. क्रिकेट मैच में ऐसे मौके बेहद कम देखने को मिलते हैं. ये मैच बरसों तक क्रिकेट प्रेमियों को याद रहेगा.

रिंकू सिंह की आतिशी पारी ने गुजरात के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स को विजयी बनाया. उन्होंने साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं रहती. महज़ 24 साल की उम्र में रिंकू की कामयाबी बताती है कि अगर आपके इरादे पक्के हों और हौसले बुलंद तो आसमान का सीना भी चीर सकते हैं. बेहद साधारण परिवार से निकले रिंकू सिंह की कहानी भी एकदम ऐसी ही है.























 

रिंकू का फर्श से अर्श तक का सफर

अलीगढ़ के रहने वाले खान चंद और बीना देवी की 6 संतानों में रिंकू सिंह तीसरे नंबर पर हैं. रिंकू ने अपने जीवन में कड़ा संघर्ष देखा है. उनके पिता घर-घर सिलेंडर पहुंचाते और बड़े भाई को ऑटो चलाकर गुजारा करते देखा है. यही नहीं बल्ला घुमाने से पहले वो खुद भी झाड़ू-पोछा लगा चुके हैं. पिताजी गैस हॉकर थे तो उनके साथ रिंकू भी घर-घर सिलेंडर लगाने जाया करते थे. उनका पूरा परिवार गैस गोदाम के एक छोटे से क्वार्टर में ही रहता है.

रिंकू सिंह को बचपन से ही क्रिकेट खेलना का शौक था, लेकिन परिवार को ये बात कतई पसंद नहीं थी, ये बात अलग है कि उनके पिता खुद भी क्रिकेट खेलने के शौकीन रहे हैं. साल 2012 में रिंकू ने जब स्कूल टूर्नामेंट में बाइक जीती तो परिवार का मन बदल गया. शुरुआत में क्रिकेट खेलने से उन्होंने जो पैसा कमाया वो घर का कर्ज चुकाने में खत्म हो गया. अलीगढ़ के छोटे-छोटे ग्राउंड में खेलने वाले रिंकू धीरे-धीरे बड़े टूर्नामेंट खेलने लगे. इसके बाद उनका चयन यूपी टीम में हो गया.

आईपीएल में आने के बाद बदली जिंदगी

आईपीएल करियर के बीते 5 सालों के दौरान चोट की मार से लेकर BCCI के नियम उल्लंघन को लेकर रिंकू सिंह सस्पेंशन तक झेल चुके हैं, लेकिन वो खिलाड़ी ही क्या जो ठोकरों को ठोकर ना मारते हुए आगे न बढ़े. 2017 आईपीएल में केकेआर ने रिंकू को खरीदा, जिसके बाद उनकी किस्मत चमक गई. शाहरुख़ ख़ान की कोलकाता नाइटराइडर्स ने 2018 में उन्हें आईपीएल के लिए 80 लाख रुपए में अनुबंधित किया, वो भी तब जब रिंकू सिंह को कोई नहीं जानता था. केकेआर में सलेक्शन होने के बाद उन्हें इतने पैसे मिले कि उन्होंने जमीन खरीदकर अपना घर बनाया और कर्जा भी उतार दिया.

रिंकू के पिता ने कहा कि शुरुआत में उन्हें बेटे का क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था, लेकिन जब उन्होंने देखा कि वो बहुत अच्छा खेलता है तो उन्होंने भी बेटे को काम करने से मना कर दिया और कहा कि तुम अपने खेल पर ध्यान दो. उन्होंने कहा, ‘कल जब मैंने उसे 5 गेंदों पर लगातार पांच छक्के मारते देखते हुए मुझे बहुत खुशी हुई. मेरा सीना चौड़ा हो गया. रिंकू की अभी शादी नहीं हुई है. मैं उसे इंडिया में खेलते हुए देखना चाहता हूं. रिंकू ने मुझ से 5 साल पहले ही मना कर दिया कि पापा यह काम छोड़ दो लेकिन मैंने कहा, मेरे हाथ पैर चलते रहेंगे इसलिए मैं अपना काम करता हूं.’

परिवार के सपने किए साकार

रिंकू की मां बीना देवी का कहना है कि उनके बेटे ने जिस तरह अपनी टीम को जीत दिलाई है उससे उन्हें बहुत खुशी हो रही हैं. वो चाहती है कि उनका बेटा टीम इंडिया के लिए खेले. रिंकू की भाभी ने उनके खेल पर बहुत खुशी जताई और कहा कि हमें तो ऐसा लगता है कि हम जमीन से उठकर आसमान में आ गए हैं. ये सब एक सपने जैसा लगता है. मिडिल क्लास फैमिली के लोग सपने देखते हैं. किसी के सपने साकार नहीं हो पाते उन्होंने हमारा जीवन सुधार दिया.

रिंकू के भाई मुकुल ने बताया कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है जिस तरह रिंकू ने अपनी टीम को जीत दिलाई. उसने झाड़ू पोछे का भी काम किया, मैं ही उसको काम पर लेकर गया था, लेकिन बाद में उसने काम करने से इनकार कर दिया और कहा कि वो क्रिकेट खेलना चाहता है. मुझे पता था कि वह इस मुकाम तक पहुंचेगा.



































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