रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के बीरमपुर गांव में हुए दो समुदायों के बीच खूनी संघर्ष में 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। विवाद सुलझाने पहुंचे साजा थाने के एसआई बीआर ठाकुर सहित आधा दर्जन लोग घायल है, जिनका उपचार जारी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद दुर्ग संभाग आईजी आनंद छाबड़ा खुद मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करने में जुटे हुए है। साथ ही बेमेतरा से लगे जिले दुर्ग राजनानंदगांव, कवर्धा सहित दुर्ग संभाग से करीब 700 से 800 पुलिस बल मौके पर तैनात है। धारा 144 भी लागु की गई है। झगड़ा फिलहाल शांत है पर माहौल तनावपूर्ण है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
बता दें, बेमेतरा से 30 किलोमीटर दूर स्थित साजा थाना के बीरमपुर गांव से लगे आसपास के क्षेत्र में बडी संख्या में साहू समाज के लोग रहते है। कुछ समय पहले हिन्दू समुदाय की 2 लड़कियों ने मुस्लिम समुदाय के लड़कों से प्रेम विवाह कर लिया था। इस बात को लेकर दोनों समुदाय के लोगों में उस समय जमकर विवाद भी हुआ था। धीरे-धीरे विवाद तो शांत हुआ पर इस बात को लेकर दोनों सामुदाए के लोगों में एक दूसरे के प्रति आक्रोष था ही।
आज शानिवार को भी दो लड़कों में इसी बात को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि दोनों गुठ के लोग भी वहां डंडा, पत्थर, राॅड और धारदार हाथियार लेकर पहुंच गये। फिर क्या था दोनों समुदायों के लोग एक दूसरे पर हमला कर दिए। हमले की जानकारी जब साजा पुलिस को हुई तो सब इंस्पेक्टर बीआर ठाकुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सब इंस्पेटक्र ने भीड़ में घुसकर लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन पर भी हमला कर दिया। कुछ लोगों ने तो गाड़ियों में भी आग लगा दी।
इस घटना में गांव के एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। वहीं, सब इंस्पेक्टर सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। आईजी, SP खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाले हुए है। इधर राज्य सरकार भी इस मामले की पल-पल की अपडेट ले रही है।