रायगढ़, 16 मार्च2023/ कोटवार संघ ने आज बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर कोटवारों को नियमित करने तथा राजस्व विभाग में संविलियन सहित मालगुजारी भूमि का मालिकाना हक देने की मांग उठाते हुए जिलाधीश के नाम पर ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व से कोटवार पीढ़ी दर पीढ़ी शासन की अंतिम कड़ी के रूप में ग्रामीण स्तर पर रहकर निष्ठा पूर्वक अपनी सेवा देते आ रहे हैं परंतु विडंबना है कि कोटवारों को आज तक नियमित कर्मचारी का दर्जा प्रदान नहीं हो पाया है चुनाव पूर्व कांग्रेसी घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख किए जाने के बाद भी शासन द्वारा कोई पहल नहीं किया गया जिसके कारण प्रदेश के कोटवारों में शासन के प्रति असंतोष व्याप्त है वर्तमान बजट में मानदेय में नाम मात्र की वृद्धि किया गया जो कि नाकाफी है और इससे कोटवारों को कोई खुशी नहीं है।
इसमें यह मांग की गई है अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की कवायद चल रही है तथा आंगनबाड़ी व सहायकों का मानदेय बढ़ाकर उन्हें सौगात दे दिया गया पर 75 वर्ष स्वतंत्रता के बीत जाने के बाद ग्रामीण शासकीय कार्य के रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले कोटवार आज भी गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर है जिनकी ओर ध्यान नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है। ज्ञापन में कोटवारों की बरसों पुरानी मांगों को पूरा करने की बात कही गई है।