raigarh news रायगढ़ टॉप न्यूज 14 जनवरी। पांच दिवसीय नाट्य समारोह के चौथे दिन शनिवार को पॉलिटेक्निक ऑडिटोरियम में शाम 7 बजे से “आप कौन चीज के डायरेक्टर है” का मंचन होगा। इस कहानी में महाभारत काल के भीम को आज आम आदमी का प्रतिनिधि बनाया गया है जो दुर्लभ है। अराजकता, लूट-मार, भ्र्ष्टाचार का प्रतीक है जो बलवान है। महाभारत में तो भीम उसे पकने में होता है, लेकिन आज के भारत में दुर्योधन ही भीम पर हावी है। नाटक में यह बताया गया है की गलतियों का सामूहिक प्रतिकार करना चाहिए, ताकि गलती करने वालो को इसका एहसास हो सके। लेकिन देश में सामूहिक प्रतिकार की परंपरा समाप्त हो गयी है। कलाकारों ने नाटक के अंदर चल रहे दुका नौटंकी में वर्तमान राजनीति पर प्रहार किया तो पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी नहीं छोड़ा।
“अंधेरे में” नाटक का हुआ मंचन
नाट्य उत्सव के तीसरे दिन अग्रज नाट्य दाल बिलासपुर की प्रस्तुति अंधेरे में का मंचन हुआ। यह नाटक गजाजन माधव मुक्तिबोध की कविता अंधेरे में का लाइट एवं साउंड शो के साथ नाट्य रूपांतरण है। व्यवस्था, राजनीति और आम आदमी के बिम्बो के साथ हर दौर में ये रचना मुकम्मल है। हम भी प्रस्तुति दर प्रस्तुति व्यवस्था के बरक्स खड़े कलाकारों की तरह उन सिंबल्स को फ्रेम करते रहे कि खुद के साथ औरो को चिकोटी काट सके ।