छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में डिजिटल अरेस्ट कर 2.83 करोड़ रुपये की ठगी,  5 अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार

 

 

रायपुर, 28 जुलाई 2025। रायपुर पुलिस ने अपने ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए देश भर में करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम देने वाले उत्तर प्रदेश के 5 अंतरराज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने थाना विधानसभा क्षेत्रांतर्गत आमासिवनी निवासी एक प्रार्थिया को डिजिटल अरेस्ट कर धमकाया और उससे 2.83 करोड़ रुपये की ठगी की थी।

पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज, अमरेश मिश्रा और पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने इस करोड़ो रुपये की ठगी की घटना को गंभीरता से लिया। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम संदीप मित्तल, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम संजय सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा वीरेन्द्र चतुर्वेदी, प्रभारी रेंज साइबर थाना रायपुर निरीक्षक मनोज नायक, प्रभारी एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट निरीक्षक परेश पाण्डेय और थाना प्रभारी विधानसभा निरीक्षक शिवेन्द्र सिंह राजपूत को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए।

ठगी का तरीका और पुलिस की कार्रवाई:

प्रार्थिया सोनिया हंसपाल ने थाना विधानसभा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात मोबाइल नंबरों से उसे फोन आए, जिसमें फोन करने वालों ने खुद को दिल्ली साइबर विंग और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया। उन्होंने प्रार्थिया के आधार कार्ड से कई बैंक खाते जुड़े होने और उन खातों में मनी लॉन्ड्रिंग की झूठी रिपोर्ट होने की बात कहकर उसे डराया-धमकाया। आरोपियों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर जुड़े रहने को कहकर उसे डिजिटल अरेस्ट किया और 21 मई 2025 से 10 जुलाई 2025 के बीच उससे 2.83 करोड़ रुपये ठग लिए। इस रिपोर्ट पर थाना विधानसभा में अपराध क्रमांक 345/25, भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में, रेंज साइबर थाना, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना विधानसभा पुलिस की संयुक्त टीम ने प्रार्थिया से विस्तृत पूछताछ शुरू की। आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया गया और जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई थी, उनसे संबंधित दस्तावेज और जानकारी बैंकों से प्राप्त की गई। मोबाइल नंबरों, बैंक खातों और अन्य संबंधित तथ्यों के लगातार विश्लेषण से अंततः आरोपियों को उत्तर प्रदेश में ट्रेस किया गया।

गिरफ्तारी और बरामदगी:

इसके बाद, रेंज साइबर थाना, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना विधानसभा पुलिस की 4 सदस्यीय संयुक्त टीम को उत्तर प्रदेश रवाना किया गया। टीम ने गोरखपुर और लखनऊ में कैंप करते हुए आरोपियों की पड़ताल की। गोरखपुर से आकाश साहू और शेर बहादुर सिंह उर्फ मोनू को पकड़ा गया, जबकि लखनऊ से अनूप मिश्रा, नवीन मिश्रा और आनंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस ठगी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।

आरोपी आकाश और शेर बहादुर सिंह मोबाइल सिम की व्यवस्था कर व्हाट्सएप से वीडियो कॉल करते थे। आरोपी अनूप, नवीन और आनंद सिंह ने नारायणी इंफ्रा डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड, श्री गणेशा डेवलपर्स, अर्बन एज इंफ्रा बिल्डकॉम प्राइवेट लिमिटेड, पावन धरा इंफ्रा बिल्डकॉम, स्नो हाइट्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और आनंद ट्रेडर्स जैसी फर्जी कंपनियां बनाकर अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए थे। वे ठगी से प्राप्त रकम को इधर-उधर करने और नकद निकालने का काम करते थे। आरोपी आनंद सिंह देवरिया, उत्तर प्रदेश में पंजाब नेशनल बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र भी संचालित करता है।

गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों के कब्जे से प्रकरण से संबंधित बैंक खाता, चेक बुक, सिम और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। साथ ही, आरोपियों के बैंक खातों में ठगी की गई 43 लाख रुपये की रकम को होल्ड करा दिया गया है।

आगे की कार्रवाई:

इस प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तारी के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपियों द्वारा अलग-अलग तरीकों से पूरे देश भर में ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है, और उनके द्वारा 40 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाने की जानकारी मिली है। पुलिस आरोपियों की संपत्ति की जानकारी प्राप्त कर उसे अटैच कराने की कार्यवाही भी करेगी।

गिरफ्तार आरोपी:

आकाश साहू पिता रामेश्वर साहू (उम्र 24 वर्ष), निवासी उंचेर जनपद, जिला गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

शेर बहादुर सिंह उर्फ मोनू पिता रामेश्वर (उम्र 29 वर्ष), निवासी उंचेर जनपद, जिला गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

अनूप मिश्रा पिता राजेंद्र प्रसाद मिश्रा (उम्र 48 वर्ष), निवासी कैलाशपुरी, छोटा बरहा, आलमबाग, जिला लखनऊ, उत्तर प्रदेश।

नवीन मिश्रा पिता धर्मप्रकाश (उम्र 41 वर्ष), निवासी पटेल नगर, नीलमत्था, थाना शुशांतगोल्फ सिटी, जिला लखनऊ, उत्तर प्रदेश।

आनंद कुमार सिंह पिता बलिराम (उम्र 35 वर्ष), निवासी पचरुखा रुद्रपुर, देवरिया, उत्तर प्रदेश।

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